चरथावल: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोवंश की सुरक्षा के लिए प्रदेश में गौशालाओं का निर्माण कराकर बेसहारा पशुओं को आसारा देने के लिए पहल की, बजट मे 30 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पशुपालकों को मिलता है पशुपालकों का मानना है कि रोजाना एक पशु पर 30 रुपए के बजट में केवल सूखा बस मिलता है संसाधनों के अभाव में गोवंश की दुर्दशा हो रही है।
बधाई कला और कसौली में वृहद गोशाला का संचालन मार्च में शुरू हुआ, गोवंश के पालन एवं संवर्धन के लिए प्रधान सचिन मलिक की अध्यक्षता में समिति गठित की गईl मार्च में यह बेसहारा घूमने वाले 191 पशु थे, लेकिन कुछ पर्सनल में कमजोरी के चलते दम तोड़ दिया करीब 50 से ज्यादा पशुओं को गोपालकों को सुपुर्दगी मे दिया गया।
गोशाला में फिलहाल यहां 85 पशु है ग्रामीण संजीव और पिंकी मालिक कहते हैं हरा चारा नहीं मिलने के कारण गोवंश की दुर्दशा हो रही है वही, चरथावल की गोशाला की दशा भी दयनीय है कसौली गोशाला में 80 पशु है और पिछले दिनों संसाधनों के अभाव में पशु की मौत के कारण हिंदू जागरण मंच के जिला महामंत्री अंकुर राणा ने कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा किया था, चरथावल के पशुपालक विजेंद्र त्यागी, अमरीश कुमार, अमन कुमार कहते हैं एक पशु के लिए पर्याप्त हरा चारा, चोकर, चना और खल आदि देने में करीब 100 से 150 सौ रुपए प्रतिदिन का खर्च आता है।
बधाई कला के प्रधान सचिन मलिक कहते हैं कि 30 रुपए में संतुलित और अच्छा आहार दिया जाना संभव नहीं है इसके बावजूद उनका नियमित मेडिकल कराया जाता है माकूल आहार के बिना पशु कमजोर हो जाते हैं।
चरथावल के पशु चिकित्साधीक्षक डॉ. अमरदीप सिंह कहते हैं कि गौशालाओं में टीम नियमित भ्रमण कर पशु का चेकअप करती है हालांकि उन्हें संतुलित और पौष्टिक आहार नहीं मिलने के वजह से गोवंशों का कमजोर और बीमार होना स्वाभाविक हैस, जो पशु दुधारू होता है, ग्रामीण सुपुर्दगी में लेते हैं।
Article by – komal rani