मेरठ में अंग्रेजी शराब के मुकाबले देसी शराब ज्यादा पी जा रही है। देसी शराब की बिक्री में लगातार इजाफा हो रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि अंग्रेजी शराब महंगी होती है इसलिए लोगों ने अंग्रेजी छोड़ कर देसी शराब पीना शुरू कर दिया।
शराब बिक्री की और एक नजर गिरी जाए तो पता चलता है कि अंग्रेजी शराब के मुकाबले देसी शराब की बिक्री ज्यादा हुई है।
शराब की बिक्री कुछ इस प्रकार है-
अगस्त में 962000 लीटर की बिक्री
सितंबर में 990000 लीटर की बिक्री
अक्टूबर में 1023000 लीटर की बिक्री
दूसरी और अगर अंग्रेजी शराब की बिक्री पर नजर डालें-
अगस्त में 483000 बोतलों की बिक्री
सितंबर में 472000 बोतलों की बिक्री
अक्टूबर में 525000 बोतलों की बिक्री अगर लीटर में देखा जाए तो यह 393750 लीटर रही जो की देसी शराब के मुकाबले आधे से भी कम है।
जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि शहरी लोग अंग्रेजी शराब के ज्यादा शौकीन है जबकि ग्रामीण लोग देसी शराब के। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर अनलॉक होने के बाद जिले में शुरुआत में देसी और अंग्रेजी शराब और बियर की बिक्री अच्छी हुई लेकिन मौसम में बदलाव आने के साथ बीयर की बिक्री घट गई है।