Kisan andolan : नये कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे किसानों को रविवार को तेज बारिश होने के कारण किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। बारिश होने के कारण धरना स्थल खाली दिखाई दिए और जो किसान वहां पर धरना देने के लिए आए थे वह भी टै़ट के अंदर दुबके रहे इस कड़ाके की ठंड की वजह से पंजाब से आने वाले किसानों की संख्या में पहले से कमी नजर आ रही थी पर रविवार को तो कोई भी किसान ही नहीं पहुंचा। सिंधु बॉर्डर पर किसान धरना देने के बजाय अपने ट़ैटो मे टोलियों में ही दुबके रहे ।

बारिश होने की वजह से जो लंगर की व्यवस्था की गई उसमें भी कठिनाइयां होने लगी जब दोपहर के समय बारिश थम गई तो मंच से भाषण बाजी का दौरा शुरू हुआ लेकिन किसान नेताओं के भाषण सुनने वाले लोग बहुत कम थे जो भाषण सुनने वाले लोग थे वह बैठने की बजाए खड़े होकर भाषण सुन रहे थे लेकिन इन सबके बीच कबड्डी का मैच भी खेला गया यहां पर पंजाब-हरियाणा व अन्य राज्यों से पहुंची महिला खिलाड़ियों में जमकर मुकाबला हुआ मुकाबला होने के बाद खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया गया।
हाईवे पर बैरिकेड छोड़ फिर आगे बढ़े किसान
दिल्ली जयपुर हाईवे पर किसानों व पुलिस के बीच एक बार फिर से तनाव बढ़ गया शाहजहांपुर बॉर्डर से दिल्ली की ओर बढे किसानों ने संगवाडी के निकट नाकाबंदी को तोड़ दिया उन्हें रोकने के लिए पुलिस को गैस के गोले छोड़ने पड़े।
इस आंदोलन के दौरान सोनीपत के सिंधु और बहादुरगढ़ के टिकरी बॉर्डर पर 4 किसानों की रविवार वाले दिन जान चली गई दोनों घटनास्थल पर दो-दो किसानों की जान गई है इसमें दो हरियाणा के और दो पंजाब के निवासी थे।
Shashi bagh