कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र के भदरस गांव से 6 वर्ष की मासूम बच्ची शनिवार शाम से लापता थी। जिसका शव गांव के बाहर खेत में पाया गया।
बच्चे के चेहरे पर नुकीले हथियार से वार किया गया है बच्ची की हत्या कर उसके दोनों फेफड़े निकाल लिए गए हैं। बच्ची के पैरों में रंग लगा हुआ है जिससे इस हत्या को तंत्र-मंत्र के चक्कर में की गई हत्या बताया जा रहा है।
भदरस गांव के रहने वाले कुरील की बेटी श्रेया उर्फ भूरी शाम को घर से बाहर खेलने गई थी। घर के कुछ लोग खेतों में गए थे और महिलाएं दिया जलाने की तैयारी कर रही थी। परिवार के मुताबिक जब दिया रखने के लिए बच्चों को बुलाया गया था उसकी दोनों बेटियां हैं लेकिन बीच की बेटी बुरी नहीं आई। जिसके बाद भूल की खोजबीन शुरु हो गई राठौर परिवार वाले और गांव वाले बच्चे को खोजते रहे लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चल पाया।
अगली सुबह जब रविवार को गांव के लोग खेत में निकले तो देखा कि बच्ची का शव लहूलुहान होकर खेत में पड़ा है मौके पर काफी खून बिखरा पड़ा था। खबर सुनते ही गांव में कोहराम मच गया। बच्ची के पैरों में महिलाओं को बेटियों द्वारा लगाया जाने वाला रंग लगा हुआ था। जिससे यह आशंका लगाई जा रही है कि इसमें तंत्र-मंत्र का कुछ खेल है।
खबर मिलते ही सैकड़ों की भीड़ इकट्ठा हो गई है। गांव के लोगों ने कहा जब तक मौके पर बड़े अधिकारी नहीं आ जाते तब तक सबको उठने नहीं दिया जाएगा।
सूचना मिलने पर ही सुबह को कोतवाली पुलिस पहुंच गई थी स्थिति को देखकर फॉरेंसिक और डॉग शॉट को सूचना दी। करीब 9:30 बजे फॉरेंसिक और डॉग स्क्वाड टीम पहुंची। डॉग स्क्वाड यूनिट के प्रभारी का कहना है कि उनके पहुंचने से पहले ही सैकड़ों लोग घटनास्थल से गुजर चुके थे जिसके कारण खोजी कुत्ता कोई संकेत नहीं दे सका।