Hindi

पटरियो की सुरक्षा के बाद ही दौड़ सकेगी हाईस्पीड ट्रेन।

Spread the love

झांसी : आगरा से झांसी के बीच हाईस्पीड ट्रेन दौड़ने का काम पटरियो को सुरक्षित करने के बाद हो सकेगा, इस संबंध में रिसर्च डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन ( आरडीएसओ) ने कहां है कि पटरियों की सुरक्षा बिना हाई स्पीड ट्रेन चलाना संभव नहीं है पटरियों के पास दीवार या अन्य कोई ब्रेकिंगडिंग लगाना जरूरी है।

रेलवे बोर्ड नई दिल्ली से कटरा के बीच चलाने वाली हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह अन्य ट्रको पर भी तेज गति वाली गाड़ियां दौड़ने की तैयारी कर रही है, इसके लिए आरडीएसओ अफसर लगातार अलग-अलग ट्रैकों की पटरियों की जांच कर रहे हैं इसी पहल के तहत आरडीएस ऑफ के अधिकारियों ने पिछले साल नवंबर मे धौलपुर से झांसी से बीच(163 किलोमीटर) ट्रायल की प्लानिंग की थी।
इसमें आरडीएसओ कि कार और उसके पीछे एलएचबी के दो वातानुकूलित कोचो को जोड़कर हाई स्पीड से दौड़ाया गया, अधिकतम गति 159 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई मगर, ट्रायल के दौरान जानवर कट गया और प्रयोग सफल नहीं हो सका इसके बाद हाई स्पीड ट्रेन चलाने का कोई प्रयोग नहीं किया गया l

आईडीएसओ के अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हाई स्पीड ट्रेन दौड़ने के लिए पटरिया तो सुरक्षित है। मगर पटरियों पर जानवर कब आ जाए इसका कोई भरोसा नहीं है। जब तक पटरियों को सुरक्षित नहीं किया जाएगा तब तक हाई स्पीड ट्रेन नहीं दौड़ाई जा सकती है।

इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पटरी पर जानवर न आए, इसके लिए लगातार पटरियों के पास सुरक्षा इंतजाम चल रहा है और जगह-जगह सीमेंट के स्लीपर व अन्य बैरिंकडिंग लगाए जा रहे हैं यह कार्य झांसी – कानपुर और झांसी – मानिकपुर ट्रैक पर भी चल रहा है।


हर महीने ट्रैक पर कटते हैं जानवर दिल्ली , मुंबई मुख्य ट्रैक पर भी झांसी रेल मंडल के अंतर्गत धौलपुर से झांसी व झांसी से आगासौद तक का सेक्शन आता है इस सेक्शन में हर महीने ट्रेनों से 40 से 50 जानवर काटने का आंकड़ा बना आता है अक्सर जानवर का मांस इंजन मे फसने से वह खराब हो जाता है ऐसे मे कई ट्रेनों लेट हो जाती है पटरियो पर जानवर न जाए, इसके लिए आरपीएफ आस-पास के गांव में जागरूकता अभियान चलाती रहती है लेकिन घटनाएं कम नहीं हो रही है हालांकि, रेल प्रशासन ने पटरियो के पास दीवार या डेरिंकेडींग लगाने का काम शुरू किया था लेकिन तीसरी रेल लाइन के काम के चलते इस पर ब्रेक लगा हुआ है।

Article by – komal rani

Leave a Reply