मुजफ्फरनगर” दीपावली पर बढ़ते हुए प्रदूषण को रोकने के लिए समय से पहले ही औद्योगिक इकाइयां प्रतिबंधित इंजन जलाती है, इसकी रोकथाम के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से दो टीमों का गठन किया गया है, जो रात में भी पेपर मिल आदि इकाइयों की निगरानी करेगी, और साथ ही साथ फैक्ट्रियों में जाकर जांच पड़ताल भी की जाएगी इसके अलावा सभी जिलों में बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एंटी स्माँग गन से पानी का छिड़काव शुरू हो गया है।
बीते हुए एक महा पढ़ते हुए वायु प्रदूषण से हवा जहरीली हो रही है। एनजीटी इसको लेकर बहुत सख्त है एनसीआर सभी क्षेत्र में पटाखों पर भी रोक लगा चुकी है और सभी जिले में भी वायु प्रदूषण खराब स्थित में है और यहां पर पेपर मिल, कुल्हुऒ मे वेस्ट प्लास्टिक मैंटीरियल, रबड़ आदि जलाते हुए मिल चुके हैं और सभी जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से ऊपर चल रहा है। अब पटाखों पर प्रतिबंध लगाने और स्माँग कम होने से कुछ सुधार हुआ है।
शुक्रवार को आई क्यूआई 288 रहा, और जो अभी भी स्थिति में है उधर, शुक्रवार को एंटी स्माँग गन और नगर पालिका के तीन ट्रैक्टर से शहर में पेड़ों और मार्गो पर धूल कम करने के लिए पानी का छिड़काव कराया गया दूसरी और दीपावली पर औद्योगिक इकाइयों की निगरानी रखने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की 2 टीम का गठन क्या गया है।
उधर, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि दोनों औद्योगिक इकाइयों की निगरानी करेगी तथा जाकर जांच पड़ताल भी करेगी, यदि प्रतिबंधित इंधन बायरल मे जलता मिला, तो संबंध औद्योगिक इकाई पर कार्रवाई की जाएगी।
Article by – Komal Rani