रीमाउंट वेटनरी कोर ( RVC सेंटर एंड कॉलेज), मेरठ को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है | RVC के डॉग ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग सेंटर ने मानव शरीर में कोरोनावायरस का पता लगाने के लिए खोजी कुत्ते ट्रेंड किए हैं | फिलहाल पसीने और मूत्र इत्यादि के सैंपल सुंघकर शरीर में मौजूद वायरस का पता लगाने और संकेत देने में यह सफल हो गए हैं |
सेना के डॉग ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग सेंटर में किया प्रशिक्षित, 99% रिजल्ट में शवानो की पहचान सही निकली।
प्राप्त सैंपल में वायरस की पहचान करने में उन्हें कुछ पल ही लगते हैं | मेरठ छावनी में प्रशिक्षण के बाद 3 प्रशिक्षित कुत्तों को, इसी महीने दिल्ली छावनी में टेस्ट के लिए तैनात किया गया है | करीब 45दिनों की ट्रेनिंग के बाद मिले परिणाम ने सेना को उत्तेजित कर दिया है | शुरुआती ट्रेनिंग के बाद छावनी स्थित सैन्य अस्पताल में आए मरीजों के सैंपल लिए गए | इनमें से जिन्हें ट्रेनिंग दिए गए कुत्तों के द्वारा चिन्हित किया गया | उन सैंपल की मेडिकल रिपोर्ट भी पॉजिटिव भाई मतलब कोरोना संक्रमण की पुष्टि करने वाली पाई गई इस तरह करीब 99% रिजल्ट में इन कुत्तों की पहचान बिल्कुल सही निकली |
मेरठ RVC में सफल प्रशिक्षण के बाद तीन प्रजातियों के तीन कुत्तों को दिल्ली छावनी में ट्रायल के लिए तैनातe किया गया है | वहां फिलहाल सैनिकों में कोविड-19 की जांच की जा रही है |रीमाउंट वेटनरी कोर् मे प्रशिक्षित तीन श्वानो में लैब्राडोर, दक्षिण भारतीय प्रजाति और कॉकर स्पेनियल प्रजाति चिपचिपराई एक एक कुत्ता है |
इंसानों की नाक में जहां 60 लाख प्रकार की गंधो को सुंघने वाली विशिष्ट ग्रंथियां होती है | वही कुत्तों की नाक 30 करोड़ तरह की गंधो सुघने में सक्षम है | श्वानों का दिमाग उन सभी गंधो को याद रखने में भी सक्षम है |
RVC सूत्रों के अनुसार प्राथमिक तौर पर प्रशिक्षित 3 कोविड-19 डिटेक्टर श्वानों को लेकर ट्रायल चल रहा है | ट्रायल में रिजल्ट बेहद सही है | कुछ और ट्रायल के बाद ही इन्हें अस्पताल सहित अन्य जगहों पर फील्ड डिटेक्शन के लिए ले जाया जाएगा | इसके बाद ही आधिकारिक तौर पर संपूर्ण जानकारी दी जाएगी | इसके साथ ही फ्रांस में भी इसी तरह का प्रयोग हुआ है | कुत्तों को कोविड-19 वायरस सुंघने के लिए ट्रेंड किया गया है | प्रशिक्षण के बाद सितंबर के अंतिम सप्ताह में फिनलैंड एयरपोर्ट पर इनकी तैनाती हुई, बाहर से आने वालों से सैंपल लेकर टेस्ट करने पर रिजल्ट बिल्कुल सही निकले |
श्वानों के जरिए कोविड-19 का पता लगाने की प्रक्रिया की जांच को प्रचलित तरीको आरटी पीसीआर व एंटीजन टेस्ट आदि से भी आसान माना जा रहा है |
ऐसे पकड़ में आता है कोरोना
कोविड-19 से पीड़ित व्यक्ति के शरीर से भी विशेष तरह का रसायन निकलता है | जिसकी गंध को प्रशिक्षित कुत्ते पहचान लेते हैं | इन कुत्तों को इसी रसायन की गंध को सुंघने के लिए ट्रेंड किया जा रहा है | सैंपल में उस वायरस की गंध मिलते ही कुत्ते वहीं बैठ कर और भोंक कर ट्रेनर को स्पष्ट संकेत दे देते हैं |