UP CM talks about features of film industry : उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित फिल्म सिटी की अभी तो नींव भी नहीं रखी कि महाराष्ट्र के राजनीतिक जगहों में उसका विरोध होने लग गया है लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मुंबई दौरे में सबसे ज्यादा समय फिल्म सिटी की बातें करने में ही दिया है और सभी को प्रस्तावित फिल्म सिटी की खूबियां जमकर गिनवाईं मंगलवार रात मुंबई पहुंचते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रात्रि भोजन नरीमन प्वाइंट स्थित होटल ओबराय में अभिनेता अक्षय कुमार के साथ हुआ था।
योगी ने बताया कि उन्हें अक्षय कुमार की सामाजिक संदेश देने वाली फिल्में पसंद आती है उन्होंने खुलकर उनकी तारीफ की तथा उनकी आने वाली फिल्म रामसेतु पर चर्चा की उन्होंने अक्षय कुमार से भी फिल्म सिटी के बारे में सुझाव लिए तथा फिल्म सिटी के बारे में चर्चा की मंगलवार को उनकी मुलाकात गायक कैलाश खेर से भी हुई।
फिर बुधवार के दोपहर में उन्होंने दो चक्र में फिल्म बिरादरी के लोगों से मुलाकात की और सब का सुझाव लिया फिल्म सिटी के लिए निर्माता बोनी कपूर एवं मनमोहन शेट्टी से भी योगी आदित्यनाथ जी की मुलाकात अलग से हुई तथा उसके अतिरिक्त फिल्म जगत से जुड़े 20 लोगों से फिल्म सिटी के लिए सलाह मशवरा लिया।
इस सत्र में सिनेमा जगत के सभी लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बातें सुनी भी और अपनी बातें कहीं भी इस विषय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बताया कि ग्रेटन नोएडा के सेक्टर 21 में यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा 1000 अकड़ में यह फिल्म सिटी बनाई जाएगी। जहां से एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट सिर्फ 6 किलो मीटर की दूरी पर है इस स्थान से कम समय में दिल्ली, मथुरा तथा आगरा पहुंचा जा सकता है। तथा समय की भी बचत होगी प्रस्तावित बुलेट ट्रेन ,स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, मुंबई दिल्ली एक्सप्रेसवे भी इसके पास ही में है प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर उत्तर प्रदेश में फिल्म शूटिंग के लिए लोकेशन भी बहुत सारी मौजूद है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फिल्म जगत के लोगों से कहा वह इस परियोजना में आपके अनुभव एवं सुझाव का लाभ उठाना चाहते हैं। कि हम और आप मिलकर इस काम को आगे बढ़ाएंगे ताकि यह कार्य महज एक सरकारी परियोजना बनाकर ना रह जाए । इस विशेष में निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा कि फिल्म निर्माण में 80 फ़ीसदी भूमिका उन लोगों की है जो फिल्म निर्माण के समय छोटे-मोटे काम में हाथ बटाते हैं यदि सहायक लोगों के लिए भी फिल्म सिटी में छोटे-छोटे घर बनाए जाए तो फिल्म सिटी में कामकाज आसानी से हो सकेगा।
Shashi bagh